एक नज़र मेहर वाली कर दो
एक नज़र मेहर वाली कर दो,
ओम शहंशा जी,
सँगता दियां झोलियाँ भर दो,
ओम शहंशा जी,
साड़ी खाली झोलियाँ भर दो,
ओम शहंशा जी,
मेहर करी मेहरा देया साईआं,
सब दर छोड़ तेरे दर आइयाँ,
दे दर्शन किरपा करदो, ओम शहंशा जी,
एक नज़र……..
दीना बन्धु दया के सागर
फिर क्यों खाली मेरे जीवन की गागर, गागर विच सागर भर दो ओम शहंशा जी,
एक नज़र ……..
सिर मेरे ते हाथ रखो जी,
हर दम चरना दे नाल रखो जी,
असी कुकर तेरे दर दे,
ओम शहंशा जी,
एक नज़र ………
सँगता दी झोली भर दो ओम शहंशा जी।