चांद ने पूछा तेरा बापू कैसा है ।
मैंने कहा तू बिल्कुल उनके जैसा है ।
हवा बोली क्या वो खिलता कमल है ।
मैंने कहा वह प्रेम का महल है ।
खूश्बू बोली क्या वह फूल है ।
मैंने कहा फूल तो उनके चरणो की धूल है ।
नदी बोली क्या वह जल मे रहते हैं ।
मैंने कहा वह भक्तों के 💓 दिलों में रहते है ।
परी बोली क्या वह जादू की छड़ी है ।
मैंने कहा उनकी मुस्कान जादू भरी है ।
सूरज ने पुछा क्या वह देव है ।
मैंने कहा………
देवों से भी बढ़कर वो मेरे “गुरुदेव हैं….!! 🙏
जय बापू दी