दस रुपय में दो मकान
बापू जी के मुखारविन्द से जिस भक्त के लिए जो आर्शिवाद निकलता था वह पूर्ण भी अवश्य होता था। दिल्ली के श्री अविनाश चैधरी की धर्म पन्ति ने एक बार बापू जी को दस रुपये अर्पण करते हेतु माथा टेका। बापू जी ने उन रुपयों को वापिस उनकी झोली में डालकर कहा कि इन रुपयों से तुम्हारे दो मकान बनेगे। हालांकि उन्होने वो पैसे खर्च कर दिए फिर भी समय आने पर उनको दो मकान बने और उनके अनुसार उनके परिवार पर बापू जी की कृपा सदैव बनी रही है।