ओम जी तुम्ही दया करो
ओम जी तुम्ही दया करो, तुम बिन हमारा कौन है,
दुर्बलता, दीनता हरो, तुम बिन हमारा कौन है।
जग को रचाने वाले तुम, दुःख को मिटाने वाले तुम,
बिगड़ी बनाने वाले तुम, तुम बिन हमारा कौन है।
माता तुम्ही, तुम्ही पिता, बन्धु तुम्ही, तुम्ही सखा,
केवल तुम्हारा आसरा, तुम बिन हमारा कौन है।
कुछ भी नही हमें खबर, तेरी लगन को छोड़ कर,
जाएँ तो जाएँ हम किधर, तुम बिन हमारा कौन है।
तेरा भजन, तेरा मनन, तेरी धुन, तेरी लगन,
तेरी शरण, हरि शरण, तुम बिन हमारा कौन है।
ओम जी तुम्ही दया करो, तुम बिन हमारा कौन है,
दुर्बलता, दीनता हरो, तुम बिन हमारा कौन है।