मत खोलो बापू जी मेरा खाता
मत खोलो बापू जी मेरा खाता,
मै तो निसदिन पाप कमाता,
कौन जनम मैंने भूल ना कीनी,
कौन जनम तूने क्षमा न कीनी,
तोसे जनम जनम का नाता,
मै तो निसदिन पाप कमाता…..
मेरा खाता काला शाह बापू,
विषयों ने है भर डाला बापू,
विषयो में है मन भरमाता,
मैं तो निसदिन……
मैं मुर्ख हूँ आप हो ज्ञानी,
मै सेवक हु आप हो स्वामी,
खोलो दशम द्वार मदमाता,
मैं तो निसदिन ……..
मैं भटका हूं लाख चौरासी,
कही कटी ना यम की फांसी,
करो मुक्त , मुक्ति के दाता,
मैं तो निसदिन पाप कमाता,
मत खोलो बापू जी मेरा खाता,
मै तो निसदिन पाप कमाता।