हम सब मिलके
हम सब मिलके आये बापू तेरे दरबार, भर दो झोली सबकी तेरे पुरण भंडार।
होवे जब संधया काल , निर्मल होके तत्काल, अपना मस्तक झुकाके, करके तेरा ख्याल, तेरे दर पे आके बैठे सारा परिवार, हम सब मिलके…….
चाहे दिन हो विपरीत, होवे तुझसे ही प्रीत, सच्ची श्रद्धा से गावे, तेरी भक्ति के गीत, होवे सबका बापू जी तेरे चरना नाल प्यार,
हम सब मिलके…..
तू है दुनिया का वाली, करता सबकी रखवाली, हम हैं रंग रंग के पौधे, बापू है सबका माली,
एक बगीचा है यह तेरा सुंदर संसार,
हम सब मिलके……
ले के दिल मे फरियाद, करते हम तुमको याद, जब हो संकट की घड़िया, मांगे तुमसे इमदाद, सबसे बडके बापू जी तेरा ओम दरबार,
हम सब मिलके……